“मानव दांत”
भूमिका- दांत हमारे शरीर को सुंदरता प्रदान करती है, अर्थात दांत सुंदरता का प्रतीक होते हैं। मानव शरीर में सबसे कठोर भाग दांतों पर चढ़ा कवर, इसको ईनेमल कहते हैं ,वह होता है। पूरे जीवन काल में एक व्यक्ति के दांतों की संख्या 52 होती है। वही बचपन से लेकर 6 वर्ष की आयु तक अस्थाई दांत ( दूध के दांत) निकलते हैं। ऊपर के जबड़े में 10 और नीचे के जबड़े में 10 कूल मिलकर 20 दांत निकलते हैं। यह दांत 6 महीने से, निकलना शुरू होकर 2 वर्ष तक पूरे निकल आते हैं ।सबसे पहले कृन्तक (Incisors)दांत निकलता यह भोजन को पकड़ के काटते हैं भोजन को पकड़ते हैं उसके बाद मुंह में अंदर लेटे हैं भोजन को। इंसीजर दांत की संख्या चार होती है, इसको नोज टीथ भी बोलते हैं।
दूसरे नंबर का दांत भेदक (केनाइन -Canine)होता है यानी भेदक जो भोजन को पकड़ने का काम करते हैं इनकी संख्या दो होती है ऊपर के जबड़े में दो और नीचे के जबड़े में दो। शाकाहारियों में इनकी साइज छोटी होती है। मांसाहारियों में यह नुकीली टाइप का होता है। इसको आई टीथ भी बोलते हैं, क्योंकि यह ठीक आंखों के नीचे पाया जाता है। तीसरे नंबर का दांत ,अग्रचवणक दाड़ से पूर्व चबाने वाले दांत यानी (प्रीमोलर-Premolars) दांत होते हैं इनकी संख्या चार होती है, पर बच्चों में यह दांत नहीं पाए जाते हैं ।अर्थात बच्चों में इस दांत का पूर्ण अभाव होता है। इसको चीक टीथ भी बोलते हैं। चौथे प्रकार का दांत चवर्णक (Molars) पूर्ण रूप से चबाने वाले दांत जिन्हें दाड़ भी कहा जाता है।इनकी संख्या 6 होती है। यानी नीचे छह ऊपर छह। अध्ययन के लिए जबड़े को बीच से दो भाग में बाटेंगे तो मोलर दांत एक साइड में तीन होगा और दूसरे साइड में तीन होगा तो जो लास्ट का तीसरे नंबर का दांत होता है वह बच्चों में नहीं होता। बच्चों में तीसरे नंबर का दांत नहीं होता है, यह बच्चों में तब आता है जब वह 17 से 25 वर्ष के उम्र के होते हैं इस दांत को विजिडम(Wisdom Teeth)टीथ भी कहा जाता है।
दांत के तीन भाग होते हैं,- शिखर(Crown) ग्रीवा (Neck)और मूल(Root) शिखर(Crown)- शिखर के तीन भाग होते हैं बाहरी भाग (Outer part) बीच का भाग (Middle part)तथा अंदर का भाग (Inner part) बाहरी भाग मसूड़े के ऊपर का सफेद भाग होता है। जिसे ईनेमल कहते हैं यह शरीर का सबसे कठोर भाग होता है। ईनेमल कठोर खनिज लवण कैल्शियम फास्फेट का बना होता है ।बीच का भाग डेटिंन होता है जो ईनेमल के नीचे होता है यह जीव कोशिकाओं का बना होता है। जिसमें से कठोर खनिज स्रावित होते हैं। अंदर का भाग पल्प (Pulp-Dental Cavity) कहलाता है। यह मुलायम होता है इसमें से रक्त वाहिनीया व तांत्रिकाएं जाती हैं। ग्रीवा (Neck) यह शिखर और मूल के बीच का भाग होता है। मूल (Root)-मूल के तीन भाग होते हैं,- बाहरी भाग, बीच का भाग तथा अंदर का भाग। बाहरी भाग सीमेंट कहलाता है सिमेंटम की बाहरी परत संयोजी ऊतकों की बनी होती है जो दांतों की जड़ों को मसूड़े और जबड़े से कस कर रखती है। जो मूल को मसूड़ो और जबड़ो से बांधकर रखना है।बीच का भाग डेंटिन(Dentine )होता है जो जीव कोशिकाओं(Living Cells)का बना हुआ होता है। अंदर का भाग रूट कैनाल कहलाता है,।यह मुलायम होता है इसमें से रक्तवाहिनियां व तांत्रिकाएं जाती हैं।
दांत के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:- दांतों पर चढ़ा परत ईनेमल शरीर का सबसे कठोर भाग होता है ।फ्लोरीन दांत को सबसे ज्यादा छती पहुंचती है, इससे दांत झड़ जाते हैं। पूरे जीवन काल में एक मनुष्य के दांतों की संख्या 52 होती है। बचपन में 20 और वयस्क होने पर 32 दांत होते हैं। दांत पाचन तंत्र का भाग होता है, जो भोजन को छोटे-छोटे कणों में तोड़ने का कार्य करता है। पक्षी में दांत के जगह चोंच होता है ।हाथी का जो सूढ होता है,जिसको ट्रसक(Tusk) कहते हैं वह इंसीजर (Inciser) होता है ।शाकाहारी जानवरों के मुंह में ऊपरी जबड़े में दांत नहीं होता है सिर्फ नीचे दांत होता है।
दिल्ली में महिला सांसद से चेन स्नैचिंग — देश की राजधानी में VIP सुरक्षा पर बड़ा सवाल!
August 4, 2025
No Comments

यूपीबीेए से महासचिव का निष्कासन
August 4, 2025
No Comments

केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के युवा संस्कार अभियान का शुभारंभ
August 4, 2025
No Comments

एनडीएमसी ने त्वरित शिकायत निवारण हेतु एनडीसीसी कन्वेंशन सेंटर में सुविधा शिविर का आयोजन किया।
August 4, 2025
No Comments
सुपरस्टार अजीत कुमार का स्टाइलिश लुक वायरल, फैंस बोले – “थलाइवा के बाद असली बॉस!”
August 1, 2025
No Comments