“सर्दी के मौसम में सेहतमंद रहें”

"सर्दी के मौसम में सेहतमंद रहें"

“सर्दी के मौसम में सेहतमंद रहें”

भूमिका-जैसा कि हम सर्दियों के मौसम के बीच में हैं, आरामदायक कंबल और आलस हमें अपने बिस्तर पर रहने का लालच देता है। यह वह समय है जब हम बहुत आलसी हो जाते हैं और हम अंदर से ऊर्जा की कमी महसूस करते हैं। यह सर्दी का मौसम हर सुबह हमें अपने बिस्तर से बाहर निकालना चुनौतीपूर्ण बना देता है और व्यायाम का ख्याल आने पर तो हम बहुत परेशान हो जाते हैं। हालांकि, अगर आप सुस्ती से जूझ रहे हैं और ठंड के मौसम में तरोताजा रहने के उपाय खोज रहे हैं तो व्यायाम और पोषण से युक्त भोजन इसका एक बेहतरीन रास्ता है। अत: हमारी आज की चर्चा इसी परिप्रेक्ष्य में होने वाली है-

सेहतमंद रहने के लिए मौसम के अनुकूल रहना आवश्यक है। सर्दियों में स्वस्थ रहना चुनौती भरा होता है। इन दिनों कम तापमान ,अधिक नम मौसम और कोहरे के कारण धूलकण वातावरण में अधिक ऊपर नहीं उठ पाते हैं। इसके कारण धूलकण व प्रदूषक धरातल से कम ऊंचाई पर वातावरण में मौजूद रहते हैं। सर्दियों में प्रदूषण का स्तर अधिक रहता है। साथ ही सर्दियों में मौसमी बीमारियों के संक्रमण की आशंका भी अधिक रहती है।जहरीली हवा स्वस्थ लोगों की सेहत पर भी बुरा असर डालती है। इसलिए सजग रहकर सर्दी से बचने के सभी उपाय अपनाएं, जिससे सेहत प्रभावित न होने पाए ।

संक्रमण का प्रकोप व बचाव:-
ठंड के कारण अस्थमा, ब्रोंकाइटिस व सीओपीडी ( क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पलमोनरी डिजीज) की बीमारी तीव्र हो जाती है। इसके साथ ही हार्टअटैक का खतरा भी अधिक रहता है। गले में खराश,जुकाम और खांसी जैसी मौसमी बीमारियों का भी संक्रमण फैलता है।ठंड की चपेट में आने से ब्लडप्रेशर व डायबिटीज अनियंत्रित हो सकती हैं। इससे बचने के लिए सुबह जरुर टहलना चाहिए व पौष्टिक भोजन का सेवन करना चाहिए। घर से निकलने पर मास्क और मफलर का प्रयोग जरूर करना चाहिए।

त्वचा का शुष्क होना:-सर्दी के मौसम में त्वचा शुष्क हो जाती है और रूखापन आ जाता है।इसलिए नहाने के बाद शरीर में किसी तेल या क्रीम का प्रयोग जरूर करें जिससे त्वचा को पर्याप्त पोषण मिल सके।

जोड़ों की समस्याएं अधिक हो जाती है:-
सर्दी के मौसम में लोग अधिक तेल और मसाला वाला भोजन खाने लगते हैं। शरीर की गतिविधियां कम हो जाती हैं और ज्यादातर लोग व्यायाम से दूरी बना लेते हैं इसके कारण वजन बढ़ता है इसका असर शरीर के जोड़ों पर पड़ता है। इस मौसम में कई दिनों तक धूप नहीं निकलता है इससे विटामिन डी की कमी होती है ।जो जोड़ों में दर्द, अकड़न व गठिया की परेशानी बढ़ाती है। इसके लिए हमें दूध और विटामिन डी का सेवन करना चाहिए।

गुनगुनी धूप है फायदेमंद:-

वैसे तो सर्दियों में धूप के दर्शन कम ही होते हैं लेकिन जब हो तो हमें धूप का लाभ जरूर लेना चाहिए। इससे विटामिन डी मिलता है जो हड्डी को मजबूत बनाता है साथ ही रक्त संचार को भी बेहतर करता है। इसके साथ डायबिटीज और हृदय संबंधित रोगों में भी धूप लेना लाभकारी होता है।

सुस्त शरीर को व्यायाम द्वारा दें स्फूर्ति:-
सर्दी के मौसम में सुबह जल्दी उठना और ऊपर से व्यायाम करना बिल्कुल नहीं सुहाता। लेकिन खुद को फिट रखना है तो आलस्य को छोड़ना होगा।वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर एस के गुप्ता बताते हैं कि सर्दी के मौसम में मांसपेशियों में खिंचाव वह दर्द बढ़ जाता है। ठंड में मसल्स सुस्त हो जाते हैं और शरीर के अचेतना भी बढ़ जाती है।अगर आप शरीर की ऊर्जा को बढ़ाना चाहते हैं तो आलस छोड़ना होगा सर्दी में ऊर्जा बढ़ाने का व्यायाम ही एक मात्र बेहतर तरीका है। आलस्य भरे ठंड के मौसम में हम व्यायाम के जरिए चुस्त रह सकते हैं। इससे शरीर गर्म रहता है और मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है। इतना ही नहीं इस दौर का व्यायाम और खान-पान आपकी साल भर की फिजिकल एक्टिविटी को बेहतर रखेगा।

संतुलित खान पान है जरूरी:-

मौसम में बदलाव से खानपान की जरूरत भी अलग होती है जिसमें कैलोरी, प्रोटीन ,आयरन ,सोडियम व पोटेशियम अहम हैं। सर्दियों में अगर खान-पान पर विशेष ध्यान दिया जाए तो संतुलित शरीर के साथ सर्दी कम लगती है। कुल मिलाकर संतुलित भोजन लेकर इम्यूनिटी के साथ शरीर के तापमान को बढ़ाया जा सकता है।

संक्षेप में –
हम कह सकते हैं कि इस सर्दी के मौसम में सेहतमंद रहने के लिए हमें व्यायाम करना चाहिए। व्यायाम से हमारा रक्त संचार बढ़ जाता है ,पाचन क्रिया सही रहती है , मांसपेशियां व हड्डियां, सुदृढ़ एवं क्रियाशील रहती हैं नहीं तो ठंड के कारण सिकुड़ी रहती हैं।व्यायाम हमारे शरीर को चुस्त -दुरुस्त रखता है आलस्य उससे भागता है। सर्दियों में हरे पत्तेदार सब्जियों का सेवन जरूर करना चाहिए क्योंकि इसमें फाइबर, फोलिकएसिड ,विटामिन सी, पोटेशियम, मैग्नीशियम और अन्य पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में होते हैं। साथ ही विटामिन सी से भरपूर खट्टे(सिट्रस) फलों का सेवन प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है और सर्दी जुकाम से लड़ने की ताकत देता है। फल व सब्जियों के सेवन से हमारा हीमोग्लोबिन का स्तर भी सही मात्रा में बना रहता है। इस प्रकार उपर्युक्त बातों का ध्यान रखते हुए हम सर्दी के मौसम में भी सेहतमंद रह सकते हैं।