बिहार में साइबर फ्रॉड का नया मामला:-

बिहार में साइबर फ्रॉड का नया मामला

बिहार में साइबर फ्रॉड का नया मामला सामने आया है, जिसमें पुलिस ने 8 अपराधियों को गिरफ्तार कर साइबर फ्रॉड के नए तरीके का पता लगाया है। यह दुष्कर्मी लोग उन व्यक्तियों को निशाना बनाते हैं, जिनकी संतानें नहीं होती हैं। इससे परिवार वाले मां-बाप बनने के लिए बेचैन रहते हैं।

बदमाशों ने फर्जी ‘बेबी बर्थ सर्विस’ के नाम से एक संस्था खोली है, जिसमें वे भोले-भाले लोगों को धोखा देते हैं। इस जाल में खासकर महिलाओं को लक्ष्य बनाया जाता है। पुलिस ने जब इस धांधे का पता लगाया, तो उन्होंने तत्काल कार्रवाई की और एक नयी टीम गठित की ताकि इन अपराधियों को पकड़ा जा सके।

इन अपराधियों की साजिश का मुख्य लक्ष्य था अनाथ और बेकार के लोगों को निशाना बनाकर उनसे पैसे ठगना। ये लोग इन भोले-भालों को एक नयी जिंदगी देने का झूठा वादा कर उनकी भावनाओं का शोषण करते थे।

जब पुलिस को यह सब पता चला, तो उन्होंने संज्ञान में लेते हुए इन अपराधियों को गिरफ्तार कर इस विडंबना को अंत दिया।
आपको बताना चाहते हैं कि जब बेबी बर्थ सर्विस की जांच पड़ताल की गई तो शत्रुघ्न कुमार उर्फ सोनु कुमार, राजेश कुमार, प्रभात कुमार वर्मा, कविंद्र प्रसाद कुमार, गोपाल दास, अनिल कुमार, अजय कुमार और लक्ष्मण कुमार इन सभी लोगों के नाम सामने आये।

यह सभी लोग एक साथ मिलकर इस प्रकार की वारदात का अंजाम देते थे। यहां तक इन लोगों ने इंटरनेट पर फर्जी वेबसाइट भी बना रखी थी। जिसमें रजिस्ट्रेशन फीस भी ली जाती थी।

साइबर फ्रॉड और इंटरनेट पर धोखाधड़ी की तरकीबों को रोकने के लिए पुलिस ने विशेष टीमें गठित की हैं, ताकि लोगों को सुरक्षित रखा जा सके।

इस मामले में जांच करते समय पुलिस ने सोशल मीडिया और इंटरनेट पर धोखाधड़ी को बढ़ावा देने वाले तत्वों पर भी ध्यान दिया है। लोगों से अलर्ट दिया गया है कि वे अपनी व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखें और अनजान लोगों की सहायता के नाम पर किसी भी प्रकार के ऑनलाइन लुभावने प्रस्तावों से बचें।

यह संदेश देने का समय है कि आप अपनी ऑनलाइन सुरक्षा का ध्यान रखें और आसानी से धोखाधड़ी के शिकार ना बनें। साइबर क्राइम को रोकने में सहयोग करें और सुरक्षित रहें।

बिहार पुलिस की इस कठिन परिश्रम और संघर्ष को सलाम है जो साइबर फ्रॉड को रोकने में लगी हुई है। इन उच्चाधिकारियों की मेहनत और संकल्पना से ऐसे अपराधों को रोका जा सकता है और समाज को सुरक्षित बनाया जा सकता है।

आपको बताना चाहते हैं कि इस प्रकार की खबर पहली बार सामने नहीं आई है। क्योंकि इस प्रकार की खबर पहले भी सामने आ चुकी है। इसके पहले भी कई बार खबरें सामने आ चुकी है जिसमे हेल्थ चैकअप के बहाने लाखों रूपये लूटे गए है। इसीलिए आपको भी इस प्रकार की फर्जी मामलो से सावधान रहना चाहिए। इसीलिए इस जानकारी को ज्यादा से ज्यादा लोगों में शेयर करने का प्रयास करें।

ऐसा करने से आप लाखों लोगों को सुरक्षित कर सकते हैं। क्योंकि देश के किस कोने में यह सब चल रहा है इसके बारे में कोई कुछ नहीं कह सकता है।