राजधानी दिल्ली की खास खबर देव दीपावली, गुरु पर्व और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के पावन अवसर पर बुधवार को
दिल्ली के कश्मीरी गेट आईएसबीटी के पास वासुदेव घाट पर यमुना नदी के तट पर भव्य दिल्ली दीपोत्सव का आयोजन किया गया।
यह समारोह हर मायने में बेहद खास रहा, जिसमें लगभग 3.5 लाख दीयों को जलाकर for example
यमुना के तट को अद्भुत रूप से रोशन किया गया। इस अनोखी और भव्य रोशनी ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
यह दीपोत्सव कार्यक्रम दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) द्वारा आयोजित किया गया था, given that
जिसमें उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी देखरेख और मार्गदर्शन में
इस तरह का विशाल आयोजन पहली बार हुआ, जिसने देश और दुनिया में एक विशेष पहचान बनाई।
यह आयोजन इस बात का प्रतीक है कि कैसे हमारे सांस्कृतिक, moreover
धार्मिक और ऐतिहासिक मूल्यों को सम्मानित किया जा सकता है। indeed , besides , being that , before
यमुना के तट पर 3.5 लाख दीयों की अद्भुत रौशनी
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दिल्ली दीपोत्सव के दौरान यमुना नदी के तट पर 3.5 लाख दीयों की रौशनी ने जैसे अंधकार को भगा दिया और
सम्पूर्ण वातावरण को सकारात्मक ऊर्जा से भर दिया। as a result
इतने दीयों का एक साथ जलना अपने आप में एक अद्वितीय अनुभव था।
इस रोशनी का दृश्य बहुत ही मनमोहक था, जिसे देखने के लिए भारी संख्या में लोग वासुदेव घाट पर एकत्रित हुए।
दीपोत्सव की यह छटा न केवल भारतीय संस्कृति की समृद्धि को दर्शाती है बल्कि हमारे धार्मिक और
आध्यात्मिक मूल्यों के प्रति गहरी आस्था को भी प्रकट करती है।
एलजी वी.के. सक्सेना का महत्वपूर्ण योगदान
उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने दिल्ली दीपोत्सव में एक विशेष भूमिका निभाई और
इस आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। उनका कहना था कि इस प्रकार का आयोजन दिल्ली के
सांस्कृतिक परिवेश को संजोने का एक प्रयास है।
डीडीए के साथ मिलकर उन्होंने इस पहल को एक नई ऊंचाई पर पहुँचाया है,
जिससे आने वाले वर्षों में भी इस परंपरा को बनाए रखने की प्रेरणा मिल सकेगी।
उनके नेतृत्व में यह पहली बार हुआ है कि इतनी बड़ी संख्या में दिए एक साथ यमुना तट पर जलाए गए हैं।
इस पहल का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण, और धार्मिक एकता को संरक्षित करना है।
सोशल मीडिया पर दीपोत्सव का वायरल वीडियो
इस दीपोत्सव का वीडियो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहा है।
ट्विटर, फेसबुक, और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफार्म पर इसे देखकर लोग भावविभोर हो रहे हैं। due to
वीडियो में दिख रहे दीयों की रौशनी के साथ मधुर संगीत का तालमेल हर किसी का मन मोह रहा है। at last
लोग इसे न केवल भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर मान रहे हैं, बल्कि इसे दुनिया के सामने भारत की एकता,
शांति और सौहार्द का प्रतीक भी बता रहे हैं। इस वीडियो को देख कर हर भारतीय गर्व महसूस कर रहा है। before
देव दीपावली का महत्व
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देव दीपावली का विशेष महत्व है और इसे कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। following
इसे “देवताओं की दीपावली” भी कहा जाता है, finally
जो इस दिन भगवान शिव के त्रिपुरासुर का वध करने के उपलक्ष्य में मनाई जाती है।
इस दिन नदी किनारे दीयों को जलाने का प्रचलन बहुत पुराना है और यह आयोजन उसी परंपरा का हिस्सा है। besides
इसके साथ ही, गुरु पर्व और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर इसे और भी विशेष रूप से मनाया गया।
इस प्रकार के आयोजन भारतीय समाज में सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का संदेश देते हैं being that
दिल्ली दीपोत्सव ने दिल्लीवासियों को एक नई उम्मीद और उत्साह से भर दिया है।
इस प्रकार का आयोजन न केवल धार्मिक आस्था को और मजबूत बनाता है, even more
बल्कि यह सामाजिक सद्भाव और पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी लोगों को जागरूक करता है। all in all
यमुना के तट पर 3.5 लाख दीयों की रौशनी ने एक नया इतिहास रच दिया और एक ऐसा दृश्य प्रस्तुत किया
जो दिल्लीवासियों के दिलों में हमेशा के लिए बस गया है। उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना के मार्गदर्शन में
आयोजित यह दीपोत्सव भविष्य में दिल्ली की सांस्कृतिक धरोहर का एक अभिन्न हिस्सा बन जाएगा। in a word
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