आधुनिक युग में मनुष्य विज्ञान की तरफ|

आधुनिक-युग-में-मनुष्य-विज

आधुनिक युग में मनुष्य विज्ञान की तरफ|
जीवन शैली अस्त व्यस्त|
आज का युग विज्ञान का युग है भाग दौड़ तथा व्यस्तता के इस युग में मानव जीवन के पास समय का अभाव हो गया है मशीनी जीवन यापन में ने तो नियम तथा न हीं व्यवस्था अनुसार खाने-पीने का समय मानव के पास शेष है और और न हीं पैसा कमाने की भाग दौड़ से मुक्त होकर तसल्ली से पढ़ने लिखने की संभावना शेष दिखाई पड़ रही है घर परिवार तथा समाज की जरूरत की पूर्ति को पूरा करने के लिए आम आदमी ने अपने को पूरी तरह से व्यवस्था एवं श्रम साधन के हाथों में सौंप दिया है वह शरीर एवं स्वास्थ्य के सुखचैन एवं शांति की कीमत पर दिन-रात संघर्ष करता रहता है तथा बच्चों का समय चुराकर भी उन्हीं की जरूरत के लिए दौड़ता भागता रहता है| ज्ञान विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी के दिनों दिन दूर हो रहे विकास एवं विस्तार के कारण मनुष्य कम समय में अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त कर लेना चाहता है| परिवार के दायित्वों को पूरा करने के लिए मनुष्य दिन रात भाग दौड़ करता रहता है तथा नौकरी के समय ओवर टाइम करता रहता है ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति संक्षिप्त कारण की राह अपनाते हुए गागर में सागर भरने का प्रयास करता दिखाई पड़ता है आज के इस युग में आधुनिकरण के कारण मनुष्य व्यस्तता की तरफ बढ़ता जा रहा है शिक्षा की बात करें या नौकरी की या स्वास्थ्य की दिन पर दिन सभी लोग संक्षेप में ही पढ़ना लिखना चाहते हैं तथा अपने ऊपर ध्यान नहीं दे पाते सूचना या अन्य उपयोगी सामग्री को संक्षेप में ही पढ़ना लिखना या अपना ध्यान देना चाहते हैं आज का मनुष्य अधिक से अधिक कारों को शीघ्र निपटान के लिए उन्हें सामग्री का| संक्षिप्तीकरण करना पड़ता है यूं भी हमारे देश में सूत्रों के माध्यम से सशक्त परंपरा मिलती है आज का मनुष्य वास्तव में अपने समय को छोड़कर ध्यान नहीं दे पाता अपनी सेहत पर ध्यान नहीं दे पाता जिससे वह रोग ग्रस्त होकर के जल्दी ही अपने समय को समाप्त कर लेता है|