ऑस्ट्रेलिया के मशहूर ओपनिंग बल्लेबाज डेविड वॉर्नर:- जिन्होंने हाल ही में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिया।
वॉर्नर ने अपनी शानदार बल्लेबाजी से दुनियाभर में क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीता,
लेकिन उनका करियर हमेशा विवादों से घिरा रहा।
ऑस्ट्रेलिया के मशहूर ओपनिंग बल्लेबाज डेविड वॉर्नर
खासतौर पर, 2018 में साउथ अफ्रीका दौरे पर finally
केपटाउन टेस्ट मैच के दौरान हुए ‘सैंडपेपर स्कैंडल’ ने उनके करियर पर एक काले धब्बे की तरह असर डाला।
इस विवाद के कारण न केवल वॉर्नर पर कुछ समय के लिए क्रिकेट खेलने पर प्रतिबंध लगा, at last
बल्कि ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड ने उनके ऊपर देश में किसी भी टीम की कप्तानी करने पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया।
लेकिन अब, ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड ने उनके ऊपर से यह कप्तानी प्रतिबंध हटा दिया, जो उनके लिए एक बड़ी राहत का कारण बना।
सैंडपेपर स्कैंडल वॉर्नर के करियर पर काला अध्याय
साल 2018 का ‘सैंडपेपर स्कैंडल’ वॉर्नर के करियर में एक बड़ा मोड़ लेकर आया। whereas
साउथ अफ्रीका के केपटाउन में हुए इस टेस्ट मैच के दौरान ऑस्ट्रेलियाई टीम के कुछ खिलाड़ियों को गेंद
के साथ छेड़छाड़ करते हुए पाया गया। इस घटना के बाद क्रिकेट जगत में हंगामा मच गया
और ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड ने खिलाड़ियों पर सख्त कार्रवाई की। moreover
वॉर्नर को एक साल के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से प्रतिबंधित किया गया और साथ ही due to
उनके ऊपर किसी भी ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी करने पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया।
वॉर्नर के करियर पर पड़ा प्रभाव
यह प्रतिबंध वॉर्नर के लिए एक बहुत बड़ा झटका था। besides
उनकी आक्रामक बल्लेबाजी और बेहतरीन ओपनिंग का जलवा क्रिकेट फैंस के बीच बेहद लोकप्रिय था,
लेकिन इस घटना ने उनके करियर पर गहरा असर डाला। इसके बाद वॉर्नर ने अपनी गलती मानी before
और लगातार अपनी खेल भावना और मेहनत से टीम में अपनी जगह बनाई। indeed
प्रतिबंध के खत्म होने के बाद वॉर्नर ने ऑस्ट्रेलियाई टीम में वापसी की और अपने पुराने अंदाज में रन बनाना जारी रखा।
उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में न केवल बेहतरीन प्रदर्शन किया, बल्कि टीम के प्रति अपनी निष्ठा और समर्पण भी साबित किया।
कप्तानी प्रतिबंध हटने से वॉर्नर को मिली राहत
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड के इस फैसले ने न केवल वॉर्नर के करियर को नई उम्मीदें दी given that
बल्कि उनके फैंस के बीच भी खुशी की लहर दौड़ गई। बोर्ड ने इस प्रतिबंध को हटाने के फैसले को लेकर
कहा कि वॉर्नर ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी गलती को स्वीकारा और अपनी खेल भावना में सुधार किया।
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन किया और टीम के प्रति उनका समर्पण भी सराहनीय रहा। all in all
ऐसे में बोर्ड ने इस प्रतिबंध को हटाने का फैसला किया ताकि वॉर्नर भविष्य में किसी भी ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी कर सकें।
हालांकि, वॉर्नर ने पहले ही इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया, for example
पर यह फैसला उनके करियर का सकारात्मक अंत सुनिश्चित करता है।
वॉर्नर का भविष्य
अब, जब वॉर्नर पर से कप्तानी का प्रतिबंध हट गया, तो उनके पास ऑस्ट्रेलिया की घरेलू टी20 लीग बिग बैश लीग
(बीबीएल) और अन्य टी20 लीग में कप्तानी करने का अवसर खुल गया है। वॉर्नर एक अनुभवी खिलाड़ी हैं
और उनकी नेतृत्व क्षमता को सभी ने देखा। हालांकि, उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया, even that
लेकिन बीबीएल जैसे मंच पर वह कप्तान की भूमिका निभा सकते हैं और युवा खिलाड़ियों को मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं।
इस फैसले से क्रिकेट बोर्ड ने वॉर्नर के प्रति अपना विश्वास भी जाहिर किया, जो उनके लिए सम्मानजनक है। even if
डेविड वॉर्नर के करियर में सैंडपेपर स्कैंडल के कारण एक बुरा दौर आया, जिसने उनकी कप्तानी और खेल पर गहरा प्रभाव डाला।
हालांकि, ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड द्वारा कप्तानी प्रतिबंध हटाने का फैसला उनके लिए एक बड़ी राहत है after all
और यह उनके प्रशंसकों के लिए भी खुशखबरी है। वॉर्नर ने अपनी खेल भावना में सुधार करते हुए
फिर से अपनी जगह बनाई और क्रिकेट में अपना योगदान रखा। अब देखना होगा after that
कि वे अपने अनुभव से कैसे युवा खिलाड़ियों का मार्गदर्शन करते हैं और बिग बैश लीग
जैसी घरेलू प्रतियोगिताओं में अपनी कप्तानी का जलवा दिखाते हैं। being that
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