शिशु की मालिश कैसे करे क्या है उपाय , और देखभाल करना:- मालिश से शिशु का शरीर शारीरिक मानसिक और भावनात्मक विकास तो होता ही है
साथ ही रक्त संचार प्रतिरोधक क्षमता और पाचन संस्थान भी ठीक रहता है
मालिश के दौरान स्पर्श संवेदना के due to जरिए मां और
बच्चे के बीच प्यार और भावनात्मक विकास भी बढ़ता है
अतः मालिश मां के द्वारा स्वयं ही की जानी चाहिए या बच्चे का कोई निकट संबंधी के
अगर बच्चा अशांत है और रो रहा है तो मालिश करने से
even more उसका तनाव और चिड़चिड़ापन दूर होते हैं
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और वह आपके साथ खेलने लगता है बच्चे की मालिश finally का एक फायदा यह भी है होता है कि
इससे उसे अच्छी नींद आती है शिशु की टांगों की मालिश in a word करने
से उसे बड़ा आराम मिलता है और वह रात को चैन से सोता है
मालिश हमेशा जैतून के तेल से करें
अथवा नारियल तेल और बादाम इत्यादि के तेल से करें
जन्म से दुर्बल बच्चों के मालिश अन्य बेबी तेल after that से भी की जा सकती है
शिशु के नाक कान इत्यादि में तेल नहीं डालना चाहिए
शिशु की मालिश के लिए शांत और गर्म आरामदायक जगह का चयन करें और पंखा बंद करके ही मालिश करें
धूप में मालिश करने से बच्चे का शरीर मजबूत all in all होता है हड्डियां मजबूत और विकसित होती हैं
क्योंकि सूर्य की किरणों से विटामिन डी मिलता है माली मालिश के बाद थोड़ी देर धूप में लिटाए
रखने से भी बच्चे को विटामिन given that डी मिलता है पर ध्यान रखें
शिशु की मालिश कैसे करे क्या है उपाय , और देखभाल करना
की धूप बहुत तेज ना हो मालिश हमेशा हल्के हाथों से करें क्योंकि शिशु की त्वचा बहुत ही कोमल होती है
और उसकी हड्डियां एकदम being that मुलायम होती हैं बच्चे के एक-एक जोड़ और मोड की मालिश गोलाई में करनी चाहिए
मसाज करते समय ही बच्चे को कुछ एक्सरसाइज भी कर दें जैसे दोनों हाथों को ऊपर नीचे करना
या दोनों पैरों को पकड़ कर हिलाना even if आदि गाय के घी से सिर पर मालिश करने से बच्चों की बुद्धि का विकास होता है
गर्मी के मौसम में मालिश करके बच्चे को कुछ देर खेलने दे पर सर्दियों के दिनों में मालिश करते ही नहला दें|