सावधान!बरसात का मौसम बीमारियों का प्रकोप कैसे रहे सतर्क वरना हो सकते हैं बिमार नमस्कार साथियों बरसात का मौसम वर्षा का होना तो स्वभाविक है लेकिन शुरुआत में ही इतनी वर्षा होना नुकसान का कारण तो बन ही जाती है
साथियों देश में शुरुआत में ही बरसात ने पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रों में रिकॉर्ड तोड़ दिया है कहीं वाढ की स्थिति तो कहीं पहाड़ों के खिसकने की खबरें एक बड़ी तबाही लेकर आई है ऐसे में सतर्क तथा स्वस्थ रहने की जरूरत है यह बात तो निश्चित है इतनी बारिश हो और बीमारियों के वायरस ना हो यह तो हो ही नहीं सकता लेकिन इनसे बचने के लिए हमें पहले से सावधान होना पड़ेगा साथियों इस बार बारिश ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं पिछले कुछ दिनों से नॉनस्टॉप बारिश हो रही है।
दिल्ली के आसपास के इलाकों में बारिश का पानी जगह-जगह भर गया है। जिससे लोगों की जिंदगी को अस्त व्यस्त कर दिया है। इस मौसम में सबसे ज्यादा सेहत को खतरा होता है बरसात के मौसम में हवा व पानी दोनों ही नुकसान देते है। वातावरण में नमी होने की वजह से बैक्टीरिया और वायरस का खतरा बढ़ने लगता है।
सांस के जरिए बैक्टीरिया और वायरस सांस की नली तक पहुंच जाते हैं और सामान्य जुकाम, फ्लू, गले में दर्द आदि खतरनाक बीमारियां जन्म ले लेती हैं। अगर इन बीमारियों का समय से ध्यान ना दिया जाए तो यह बीमारियां खतरनाक रूप धारण कर लेती हैं ।जिसकी वजह से हमें काफी नुकसान का सामना करना पड़ता है ।
कभी-कभी तो नुकसान की भरपाई करना भी मुश्किल होता है। बरसात के मौसम में इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है तथा संक्रामक रोग का खतरा बढ़ने लगता है। बरसात के मौसम में मच्छर तेजी से फैलते हैं जगह-जगह पानी व सीलन इन मच्छरों के लिए अनुकूल माहौल हो जाता है ।
कैसे करें संक्रमण से बचाव बरसात के मौसम में होने वाली बीमारियां त्वचा से लेकर पाचन तक काफी नुकसान करती हैं। स्किन एलर्जी, डेंगू फीवर, मलेरिया, टाइफाइड हेपेटाइटिस, गैस्ट्रिक प्रोबलम आदि बीमारियां शरीर में प्रवेश कर लेती हैं अगर इन बीमारियों को अनदेखा किया जाए तो यह जानलेवा भी हो सकती है साथियों स्वास्थ्य संबंधी जानकारी के लिए एवीएम टाइम्स व एवीएम न्यूज चैनल को लाइक और सब्सक्राइब करें ताकि हम आपकी स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी को आप तक पहुंच सके तथा अधिक जानकारी के लिए आप हमें कमेंट भी कर सकते हैं।