बिहार के स्कूलों के लिए 2025 का छुट्टी कैलेंडर

नमस्कार दोस्तों, आज हम आपके लिए बिहार से जुड़ी एक महत्वपूर्ण खबर लेकर आए हैं।

बिहार के स्कूलों के लिए 2025 का छुट्टी कैलेंडर जारी कर दिया गया है। इस कैलेंडर को पूरे राज्य में

लागू किया जाएगा और यह सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त, प्रोजेक्ट और अपग्रेडेड प्राइमरी,

सेकेंडरी और हायर सेकेंडरी स्कूलों के लिए मान्य होगा। हर साल की तरह, शिक्षा विभाग ने इस

साल भी यह कैलेंडर जारी किया है, जिसमें 2025 के लिए 72 छुट्टियों को शामिल किया गया है।

कैलेंडर की विशेषताएँ

2025 में बिहार के स्कूलों को 72 छुट्टियां दी गई हैं। इनमें राष्ट्रीय, धार्मिक और स्थानीय त्योहारों के साथ-साथ विशिष्ट अवसरों को शामिल किया गया है।

धार्मिक और सांस्कृतिक पर्व: कैलेंडर में गुरु गोविंद सिंह जयंती की छुट्टी (6 जनवरी), मकर संक्रांति

का त्यौहार की छुट्टी 14, 3 फरवरी को बसंत पंचमी के त्यौहार की छुट्टी। 12 फरवरी को संत रविदास

जयंती के त्यौहार की छुट्टी। 14 फरवरी को शब-ए-बारात के त्यौहार की छुट्टी। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि

की त्यौहार की छुट्टी। 14 और 15 मार्च को होली के त्यौहार की छुट्टी।

22 मार्च को बिहार दिवस त्यौहार की छुट्टी, 28 मार्च को रमजान का अंतिम जुम्मा त्यौहार की छुट्टी।

31st मार्च को ईद-उल-फितर (ईद) के त्यौहार की छुट्टी। 8 अप्रैल को रामनवमी त्यौहार की छुट्टी।

राष्ट्रीय छुट्टियां: गणतंत्र दिवस (26 जनवरी), स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) और गांधी जयंती (2 अक्टूबर)

को भी कैलेंडर में प्रमुख स्थान दिया गया है।

स्थानीय त्योहार: बिहार के विशिष्ट त्योहार जैसे मकर संक्रांति, समा-चकेवा और छठ पूजा की छुट्टियां

भी इस कैलेंडर में शामिल हैं।

महत्वपूर्ण तिथियां

जनवरी: साल की शुरुआत गुरु गोविंद सिंह जयंती (6 जनवरी) की छुट्टी से होती है।

फरवरी : महाशिवरात्रि की छुट्टी हमें फरवरी में देखने को मिलेगी।

मार्च: मार्च के महीने में 14 और 15 मार्च को होली का त्योहार देखने को मिलेगा। इसके अलावा

31 मार्च को ईद-उल-फितर (ईद) की छुट्टी हमें देखने को मिलेगी।

अप्रैल: रामनवमी की छुट्टी हमें 8 अप्रैल को देखने को मिलेगी।

अगस्त: स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) के साथ रक्षाबंधन और जन्माष्टमी की छुट्टियां रहेंगी।

शिक्षा विभाग का उद्देश्य

शिक्षा विभाग का उद्देश्य बच्चों को पढ़ाई और त्योहारों के बीच संतुलन बनाए रखना है।

छुट्टियों का कैलेंडर इस तरह से तैयार किया गया है कि छात्रों को अपने परिवार और संस्कृति

के साथ समय बिताने का अवसर मिले। साथ ही, यह सुनिश्चित किया गया है कि पढ़ाई का प्रभाव न पड़े।

छुट्टियों का उपयोग कैसे करें?

छुट्टियां सिर्फ आराम करने के लिए ही नहीं होतीं, बल्कि यह बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए भी महत्वपूर्ण होती हैं।

पढ़ाई: छात्र इन दिनों में पिछला पाठ दोहरा सकते हैं या नए विषयों की तैयारी कर सकते हैं।

सांस्कृतिक ज्ञान: इन छुट्टियों का उपयोग बच्चों को बिहार की संस्कृति और त्योहारों के बारे में सिखाने के लिए किया जा सकता है।

परिवार के साथ समय: यह समय बच्चों और परिवार के बीच संबंधों को मजबूत करने का अच्छा अवसर है।

अभिभावकों के लिए सुझाव

अभिभावक इस कैलेंडर के अनुसार अपनी योजना बना सकते हैं। छुट्टियों में बच्चों की पढ़ाई और

मनोरंजन का सही संतुलन बनाना आवश्यक है। साथ ही, त्योहारों और सामाजिक कार्यक्रमों में बच्चों

की भागीदारी सुनिश्चित करें।

निष्कर्ष

बिहार के स्कूलों के लिए 2025 का छुट्टी कैलेंडर न केवल बच्चों और शिक्षकों के लिए एक मार्गदर्शिका है,

बल्कि यह बच्चों के शैक्षणिक और सामाजिक जीवन को भी बेहतर बनाता है। छुट्टियों के दौरान सही योजना

बनाकर बच्चों को न केवल शिक्षा में आगे बढ़ाया जा सकता है, बल्कि उन्हें सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से

भी मजबूत बनाया जा सकता है। तो दोस्तों, आप भी इस कैलेंडर के अनुसार अपनी योजनाएं बनाएं और आने

वाले साल को या

दगार बनाएं।