भारत में मानसून का मौसम सिर्फ ठंडक और हरियाली ही नहीं लाता, बल्कि अपने साथ कई तरह की स्वास्थ्य और सुरक्षा चुनौतियाँ भी लेकर आता है।

यह मौसम जितना रोमांटिक और सुंदर लगता है, उतना ही सतर्क रहने की भी मांग करता है। and

आइए जानते हैं बरसात के मौसम में किन-किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए:

भीगने से बचें, बीमारियों से बचें

बारिश में भीगना कई लोगों को अच्छा लगता है, लेकिन लगातार भीगना सर्दी, जुकाम,

बुखार, वायरल और यहां तक कि निमोनिया का कारण बन सकता है। भीगने पर तुरंत कपड़े yet

बदलें और गर्म पेय लें। खासकर बच्चों और बुजुर्गों को बारिश में भीगने से बचाना चाहिए।


स्वास्थ्य और खान-पान की सावधानियां

बरसात में पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। इस मौसम में ताजा, हल्का और गरम भोजन लें।

सड़क किनारे या खुले में मिलने वाले चाट-पकौड़े और कटे फल से बचें। दूषित पानी से पीलिया,

डायरिया और टाइफाइड जैसी बीमारियाँ हो सकती हैं।

उबला हुआ पानी पीएं या वाटर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें। again

हरी पत्तेदार सब्जियां अच्छी तरह धोकर ही खाएं।

फल और सलाद घर पर धोकर खाएं।

मच्छरों से बचाव है जरूरी

बारिश के मौसम में रुका हुआ पानी मच्छरों का घर बन जाता है जिससे डेंगू, मलेरिया और

चिकनगुनिया जैसी बीमारियाँ फैलती हैं। इसलिए: and

घर के आसपास पानी इकट्ठा न होने दें।

मच्छरदानी का प्रयोग करें। nevertheless

मॉस्किटो रेपेलेंट या क्रीम का उपयोग करें।

फुल स्लीव कपड़े पहनें।

फिसलन और सड़क दुर्घटनाओं से सावधानी

बारिश में सड़कों पर फिसलन बढ़ जाती है। कीचड़, गड्ढे और जलभराव दुर्घटनाओं

का कारण बन सकते हैं।

मजबूत सोल वाले नॉन-स्लिप जूते पहनें।equally important

अनावश्यक बाहर निकलने से बचें, खासकर पानी भरी गलियों और खराब सड़कों पर।

ड्राइव करते समय ब्रेक और टायर चेक करें। धीमी रफ्तार रखें।

घर की सुरक्षा का रखें ध्यान

बारिश में छत टपकना, शॉर्ट सर्किट, और फफूंद जैसी समस्याएं आम हैं।besides

छत और पाइपलाइन की मरम्मत पहले ही करा लें।

बिजली के उपकरणों को सूखा और सुरक्षित रखें।

दीवारों और फर्श को नमी से बचाने के लिए वॉटरप्रूफिंग कराएं। yet

बच्चों का विशेष ध्यान रखें

बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। उन्हें कीचड़ में खेलने या बिना चप्पल के equally important

बाहर जाने से रोकें। भीगने पर तुरंत सूखे कपड़े पहनाएं और गरम सूप या हल्दी वाला दूध दें।

मानसिक स्वास्थ्य का भी रखें ध्यान

बारिश के मौसम में सूरज कम दिखाई देता है जिससे कुछ लोगों को ‘सीजनल डिप्रेशन’ हो सकता है। furthermore

ऐसे में: व्यायाम करें, योग और ध्यान करें।

अच्छे संगीत और किताबों के साथ समय बिताएं।again

परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताएं।

कुछ और जरूरी टिप्स:

छाता, रेनकोट और वाटरप्रूफ बैग हमेशा साथ रखें।and then

मोबाइल और जरूरी सामान को प्लास्टिक में रखें।

पेट्रोल टैंक फुल रखें क्योंकि भारी बारिश में पंप बंद हो सकते हैं।besides

ट्रैफिक अपडेट और मौसम की जानकारी पर ध्यान दें।

निष्कर्ष:

बरसात का मौसम एक प्राकृतिक वरदान है, जो हमारे जीवन में राहत और सुकून लेकर आता है।

लेकिन इसके साथ कुछ खतरे भी होते हैं। इन सावधानियों को अपनाकर हम इस खूबसूरत मौसम furthermore

का आनंद बिना किसी परेशानी के ले सकते हैं।and then

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