नमक चीनी और मैदा यह तीनों मनुष्य के लिए इतने हानिकारक हैं कि इन्हें लेते हुए मनुष्य का रोगी
होना स्वाभाविक है |अगर इन्हें जन्म से लेकर आखिर तक आवश्यकता अनुसार बहुत ही कम प्रयोग में लाया जाए तो मनुष्य स्वस्थ रहकर दीर्घायुष्य प्राप्त कर सकता है इसमें कोई संदेह नहीं|

नमक चीनी और मैदा यह तीनों स्वास्थ्य के शत्रु नहीं बल्कि महाशत्रु है यह इस प्रकार समझा जा सकता है:-
नमक:- नमक से मनुष्य के शरीर में निम्न रोग पैदा होते हैं|
- रक्त नलिकाओं में गंदगी संचित हो जाती है जिससे रक्त दूषित हो जाता है और रक्त विकार उत्पन्न हो जाते हैं|
2. श्लेष्मिक झिल्लियां. उत्तेजित हो जाती हैं और नमक से एड्रिनल ग्रंथि का स्त्राव एड्रिनल हार्मोन बढ़ जाता है
जिससे उच्च रक्तचाप रोग हो जाता है|
3. प्यास अधिक लगती है नमक की वजह से अधिक जल पीने से मोटापा होता है जो अनेक रोगों की जड़ है|
4. नमक और जल के निष्कासन से त्वचा और गुर्दों पर अधिक श्रम पड़ता है
जिससे वह जल्दी खराब हो जाते हैं इसलिए गुर्दे और त्वचा के रोग में नमक का परहेज बताया जाता है|
5.समय से पूर्व बाल सफेद चेहरे पर झुर्रियां तथा बुढ़ापा जल्दी आ जाता है|
6.खाने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है जिससे मनुष्य पट्टू बन जाता है और पाचन प्रणाली पर अधिक श्रम पढ़ने पर उसके विकृत हो जाने का भय बना रहता है|

चीनी:- गाने में पाए जाने वाले सभी विटामिन चीनी निर्माण के दौरान खत्म हो जाते हैं तथा लवण भी अलग होकर सरे में पहुंच जाते हैं|
इस प्रकार हमें इससे हमें चीनी के अलावा कुछ नहीं मिलता हैं|
इसके लेने से निम्न दोष हो जाते हैं:-
1. दांतों में. सदन हुआ कीड़े हो जाते हैं|
2. पायरिया होना होकर मसूड़े में खून आने लगता है|
3. मसूड़े का खून पेट में पहुंचकर अनेक बीमारियों को जन्म देता है|
4. दांत कमजोर होकर गिरने लगते हैं|
5. रक्त दोष हो जाता है जिससे शरीर में फोड़े फुंसी आदि विकार होने लगते हैं|
6. अधिक चीनी खाने से वह चीनी बिना पीछे फोन में पहुंच कर मधुमेह नामक रोग पैदा कर देती है|

मैदा:- आटे को कपड़े से छानकर मैदा बनाई जाती है जो शरीर के लिए हानिकारक है और शरीर में निम्न रोग पैदा करती है|
1. मात्र श्वेत सार होने से यह मैदा हाथों में चिपक कर कब्ज पैदा करती है जो गैस का मुख्य कारण है
जिससे सिर दर्द शरीर में दर्द सस्ती दिल घबराता तथा आंतों में. सड़न पैदा होकर रक्त दूषित हो जाता है|
2. जोकर रहित होने से विटामिन ए नहीं रहता जिससे मनुष्य में नपुंसकता पैदा हो जाती है|
3. चोकर में ही कैल्शियम लोहा तथा प्राकृतिक लवण होते हैं
अतः उनकी कमी से शरीर में इनसे संबंधित रोग हो जाते हैं जैसे एनीमिया. रिकेट्स तथा निम्न रक्तचाप|
4. फुजला नहीं मिलता अतः कब्ज हो जाता है तथा आंट मुलायम नहीं रह पाती है|
इस प्रकार नमक चीनी और मैदा यह तीनों मनुष्य के महाशत्रु हैं इनसे बचने में ही भलाई है|