नमस्कार दोस्तों, पिछले कई महीनों से गाजा पट्टी में चल रहे युद्ध ने वहां के आम नागरिकों further
की जिंदगी को पूरी तरह से तबाह कर दिया है। खाने-पीने की चीजों की भारी कमी,and
दवाइयों की अनुपलब्धता और सुरक्षित ठिकानों का अभाव लोगों के लिए बड़ी whereas
समस्या बन चुके है। इस संकट को देखते हुए अब इजरायल की सेना ने एक महत्वपूर्णstill
निर्णय लिया है। उन्होंने घोषणा की है की गाजा के तीन घनी आबादी वाले क्षेत्रों में प्रतिदिन
10 घंटे के लिए लड़ाई रोकी जाएगी।
यह निर्णय मुख्य रूप से मानवीय आधार पर लिया गया है ताकि जरूरतमंद लोगों
तक खाद्य सामग्री, पानी और दवाइयां पहुंचाई जा सकें। इजरायल की सेना ने yet
बताया है की यह युद्धविराम गाजा सिटी, दीर अल-बलाह और मुवासी क्षेत्रों में लागू किया जाएगा।

मानवीय संकट गहराया
गाजा में चल रही इस लड़ाई को करीब 21 महीने हो चुके है और इस दौरानbecause
हजारों लोगों की जान जा चुकी है। बमबारी और सैन्य हमलों से कई आवासीय
इलाके पूरी तरह तबाह हो चुके है। सबसे ज्यादा असर बच्चों, महिलाओं और whereas
बुजुर्गों पर पड़ा है। खाने-पीने की चीजों की इतनी कमी हो गई है की कई लोग भूख से मौत के कगार पर है।
संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने बार-बार इजरायल से आग्रह
किया है की वह मानवीय सहायता को पहुंचने दे। लेकिन अब तक सीमित
अनुमति ही मिल रही थी। ऐसे में इजरायली सेना का यह कदम एक सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय दबाव का असर
इस युद्ध में इजरायल की कार्रवाई को लेकर उसे लगातार अंतरराष्ट्रीय आलोचना
का सामना करना पड़ रहा है। अमेरिका, यूरोपीय संघ और संयुक्त राष्ट्र ने भी गाजा
में हो रही नागरिक मौतों को लेकर चिंता जताई है। इजरायल की सरकार और
सेना पर दबाव बढ़ता जा रहा था की वह युद्ध की गति को धीमा करे और मानवीय सहायता को प्राथमिकता दे।
ऐसे में रविवार से लागू हो रही यह 10 घंटे की प्रतिदिन की लड़ाई रोक इस but
दबाव का नतीजा मानी जा रही है। हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं है की यह because
पहल कब तक जारी रहेगी और क्या इससे वास्तव में लोगों को राहत मिलेगी या नहीं।
क्या होगा इस युद्धविराम का असर?
विशेषज्ञों का मानना है की यह कदम अगर ईमानदारी से लागू किया गया comparison
और इस दौरान मानवीय एजेंसियों को बिना किसी रोक-टोक के काम
करने की अनुमति मिली, तो इससे हजारों लोगों की जान बचाई जा but
सकती है। खाने-पीने की चीजें, दवाइयां और अन्य जरूरी सामान लोगों तक पहुंचाए जा सकते है।
लेकिन अगर इस युद्धविराम का उपयोग किसी सैन्य रणनीति का हिस्सा
बनकर किया गया, तो इससे वहां के लोगों की स्थिति और भी खराब हो सकती है।
आपको बताना चाहते है की यदि इस लड़ाई से वाकई में वहां के रहने वाले but
बेसहारा लोगों को अगर वाकई में आराम मिलता है तो यह बहुत अच्छी बात
हो सकती है। इसीलिए शायद रविवार से हर दिन 10 घंटे तक की लड़ाई रोकने काyet
ऑर्डर दिया गया है। अब देखना यह है की आगे कौन-कौन से नतीजे देखने को मिलते है।
निष्कर्ष
इजरायल का यह कदम ऐसे समय में आया है जब गाजा के लोग सबसे ज्यादा परेशानियों immediately
का सामना कर रहे है। 10 घंटे की रोज़ाना लड़ाई रोक उन्हें थोड़ी राहत जरूर दे सकती है,
लेकिन यह समस्या का स्थायी समाधान नहीं है। जब तक युद्ध पूरी तरह नहीं रुकता औरbecause
शांति स्थापित नहीं होती, तब तक गाजा के लोगों का जीवन सामान्य नहीं हो सकता। whereas
अब दुनिया की निगाहें इस बात पर टिकी है की यह कदम कितनी ईमानदारी सेcomparison
लागू होता है और क्या इससे वाकई में गाजा के लोगों को राहत मिलती है या नहीं।and
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