दिल्ली मेट्रो में सफर करना आज के समय में लाखों लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन गया है।

सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल उपाय भी है। लेकिन मेट्रो में यात्रा के दौरान एक आम समस्या सामने आती रही है on

दरवाजे बंद होते समय बैग, दुपट्टा या अन्य सामान का दरवाजों में फंस जाना। also

यह न केवल यात्रियों के लिए खतरनाक होता है, बल्कि मेट्रो संचालन को भी प्रभावित करता है। other

इसी समस्या के समाधान के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने एक नई तकनीक को ट्रायल के रूप में लागू किया है। hand

इस तकनीक का नाम एंटी ड्रैग सिस्टम (Anti Drag System) है जो मेट्रो के दरवाजे के बीच however

आने वाले किसी भी प्रकार के दबाव को महसूस कर लेते है और ऑटोमेटिक इमरजेंसी ब्रेक लगा देते है। contrary

अगर यह एक्सपेरिमेंट सही साबित होता है तो भविष्य में जाकर दिल्ली मेट्रो और भी ज्यादा सुरक्षित हो सकती है।on the

क्या है एंटी ड्रैग सिस्टम?by comparison

एंटी ड्रैग सिस्टम एक अत्याधुनिक सुरक्षा तकनीक है, compared to

जिसे खासतौर पर मेट्रो जैसे परिवहन साधनों के लिए डिजाइन किया गया है। where

जब दरवाजे बंद हो रहे होते है और किसी का बैग, दुपट्टा, up against

या हाथ उस बीच आ जाता है, तो यह सिस्टम तुरंत उसे पहचान लेता है conversely

और ट्रेन को आगे बढ़ने से पहले रोक देते है। balanced against

इससे यात्रियों को दरवाजे में फंसने और दुर्घटना होने की संभावना न के बराबर हो जाती है। vis a vis

कहां शुरू हुआ ट्रायल? although

DMRC ने बताया है की यह तकनीक अभी प्रारंभिक परीक्षण (ट्रायल) के तौर पर शुरू की गई है। meanwhile

वर्तमान में इसे एक ट्रेन में लगाया गया है, और इसके शुरुआती परिणाम सकारात्मक रहे है। after all

आने वाले समय में चार और ट्रेनों में यह सुविधा लगाई जाएगी। although

इसके बाद एक या दो साल तक इसका ट्रायल जारी रहेगा be true

ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके की तकनीक हर स्थिति में सही तरीके this may

से कार्य कर रही है। in contrast

यात्रियों की सुरक्षा को मिलेगी मजबूती and

दिल्ली मेट्रो हमेशा से ही यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती रही है। again

पहले से ही मेट्रो में सीसीटीवी कैमरे, अलार्म सिस्टम, महिला कोच, और सुरक्षा गार्ड जैसी सुविधाएं मौजूद है। and then

अब एंटी ड्रैग सिस्टम के जुड़ने से यात्रियों को दरवाजों में फंसने की चिंता नहीं करनी पड़ेगी। besides

इससे न केवल दुर्घटनाओं पर नियंत्रण होगा, बल्कि यात्रा भी और अधिक सुरक्षित और सहज हो जाएगी। equally important

डीएमआरसी की पहल काबिल-ए-तारीफ finally

DMRC का यह कदम आधुनिक तकनीक का बेहतरीन उदाहरण है, further

जहां इंसानी जान की कीमत को समझते हुए तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है। furthermore

DMRC ने यह भी स्पष्ट किया है की यदि ट्रायल सफल रहा, next

तो इस तकनीक को सभी मेट्रो ट्रेनों में चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। too

यह दिल्ली मेट्रो के लिए एक बड़ा तकनीकी उन्नयन होगा और इसे देश की अन्य मेट्रो सेवाएं भी lastly

अपनाने की दिशा में आगे बढ़ सकती है। अक्सर हमने देखा है की मेट्रो के दरवाजे में किसी का what’s more

पर्स या फिर दुपट्टा या फिर अन्य चीज फंस जाती है। in addition

इस बात को ध्यान में रखते हुए दिल्ली मेट्रो ने यह कदम उठाया है। moreover

निष्कर्ष

दिल्ली मेट्रो में सफर करने वाले लाखों यात्रियों के लिए यह खबर राहत भरी है। first

दरवाजों में सामान या कपड़े फंसने की घटनाएं अब कम होंगी और सुरक्षा का स्तर और बेहतर होगा। second

DMRC की यह पहल यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए whereas

एक नया कदम है जिसको आपके साथ साझा किया गया है conversely

आशा है की आने वाले समय में यह तकनीक पूरी तरह से after all

सफल हो और दिल्ली मेट्रो सफर को और अधिक सुरक्षित और yet

सुविधाजनक बनाया जा सके ताकि किसी भी प्रकार की दिक्कत ना हो। still

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