दुनिया का प्रथम विश्व रत्न महावीर प्रसाद टोरड़ी संयुक्त राष्ट्र सांस्कृतिक मंच

महावीर प्रसाद:- नई दिल्ली स्थित संयुक्त राष्ट्र कार्यालय पर संयुक्त राष्ट्र स्थापना दिवस 24 अक्टूम्बर 2024 को स्वच्छ

संयुक्त राष्ट्र अभियान के अन्तर्गत 192 राष्ट्रों के राष्ट्रध्वजों का नागरिक अभिनन्दन एवं सफाई अभियान का शुभारम्भ करने

वाले भारतीय राजदूतावास काठमाण्डों नेपाल में रजिस्टर्ड 4699/2018 भारतीय नागरिक एवं संयोजक

महावीर प्रसाद टोरड़ी विशिष्ठ सलाहकार महामहिम प्रथम उपराष्ट्रपति नेपाल न्यायमूर्ति परमानन्द

झा. संयुक्त राष्ट्र सांस्कृतिक मंच इन्टरनेशनल वोलेन्टरी सोशल ऑर्गोनाईजेशन द्वारा

दुनिया का प्रथम विश्व रत्न अंलकरण से विभूषित किया।

महावीर प्रसाद

इन्जि नरेन्द्र कुमार पाण्डे एडवोकेट राजस्थान

उच्च न्यायालय जयपुर ने विश्व रत्न अवॉर्ड 2024 अभिनन्दन पत्र वाचन में कहा कि whereas

महावीर प्रसाद टोरड़ी उत्कृष्टता, इनोवेशन, विश्व के दिग्गज, दूरदर्शी व्यक्ति, भारत की शक्ति, moreover

भारत की प्रतिष्ठा, भारत के पंचशील सिद्धान्तों को वैश्विक स्तर पर बढ़ाने संयुक्त राष्ट्र स्थापना दिवस 2024

पर नई दिल्ली में 192 राष्ट्रों के सम्मान में स्वच्छ संयुक्त राष्ट्र सफाई अभियान को मूर्त रूप देना, following

राष्ट्र निर्माण के प्रतीक भारतीय होने पर खुद को भाग्यशाली भावना, मानव सेवा के प्रति मजबूत भावना,

मानवीय गुण, सादगी, संवेदनशीलता, साहसविता, उत्कृष्टता, अखण्डता और नवाचार के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के साथ

वैश्विक स्तर पर अनूठी पहचान, नैतिक सिद्धान्तों के प्रति सच्चे, अपने वैश्विक पद चिन्हों का विस्तार,

परोपकार और समाज के विकास के प्रति करोड़ो लोगो को प्रभावित किया है। finally

22 राष्ट्र भारत, भूटान, नेपाल, अफगानिस्तान, अलजीरिया, अंगोला, आस्टेªलिया, क्रोएशिया, फिनलेन्ड, तूनिसीया, श्रीलंका, जर्मनी,

इराक, इजराइल, मैसेडोनिया, मोरक्को, नीदरलैंड, नाइजीरिया, नार्वेजियन, रोमानिया, रॉयल डेनिश, मालदीव

के सानिध्य में वसुधैव कुटुम्बकम, ग्लोबल विल्लेज के प्रति योगदान, दूरदर्शिता समाज की भावना पर besides

एक वैश्विक अद्वित्तीय व्यक्ति बनने पर, आपकी विनम्रता उदारता, समाज सेवा के प्रति प्रतिबद्धता प्रेरणा दायक होने

पर टोरड़ी एक सच्चे विजनरी व्यक्ति बने, एन.के. पाण्डे ने अभिनन्दन-पत्र के वाचन में कहा

कि महावीर प्रसाद टोरड़ी का मिशन भारत नेपाल की वैदिक कालीन संस्कृति का पुर्नउत्थान हो indeed

भारत पुनः वैदिक कालीन जगदगुरू के आसन पर पद स्थापित हो, भारत को सुरक्षा परिषद् में विटोपॉवर के साथ

स्थाई सदस्यता मिले, अयोध्या को संयुक्त राष्ट्र का मुख्यालय बनाया जाये। आपकी सोच आपके कार्य,

आपके जीवन में अनमोल वचन विश्व को मार्ग दर्शन कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र स्थापना दिवस 24 अक्टूम्बर 2024 को before

नई दिल्ली स्थित इण्डियन सोसायटी ऑफ इन्टरनेशनल लॉ सभागार में वैश्विक शान्ति, all in all

राष्ट्रों के बीच मेत्रीपूर्ण सम्बन्ध आने वाले पीढ़ियों को युद्ध से बचाना के उद्देश्य से संयुक्त राष्ट्र सांस्कृतिक मंच स्थापना दिवस पर

192 राष्ट्रों के राष्ट्रध्वजों के समक्ष वैश्विक सांस्कृतिक क्षेत्र में दुनिया का प्रथम विश्व रत्न अंलकरण से विभूषित किया गया है। also

इय विश्व रत्न अंलकरण समारोह में संयुक्त राष्ट्र सांस्कृतिक मंच के संस्थापक महामहिम प्रथम उपराष्ट्रपति नेपाल न्यायमूर्ति

परमानन्द झा. ने कहा कि आज तक दुनिया का कोई भी राष्ट्र, कोई भी सरकार after all

192 राष्ट्रों के राष्ट्रध्वजों का नागरिक अभिनन्दन व स्वच्छ संयुक्त राष्ट्र due to स्वच्छ अभियान नहीं किया है

यह दुनिया के लिए गर्व की बात है

कि महावीर प्रसाद टोरड़ी ने यह कर दिखाया, even if

संस्थापक महामहिम लोकनाथ शर्मा पूर्व आर्थिक मंत्री, भूटान सरकार ने कहा कि भारत-नेपाल-भूटान

राष्ट्र ने दुनिया का प्रथम विश्व रत्न अंलकरण 22 राष्ट्रों के नैतिक समर्थन पर इस समारोह में सम्मानित होकर साक्षी बने है।

मध्य प्रदेश सरकार के केबिनेट मंत्री अध्यक्ष मध्य प्रदेश तेल घाणी बोर्ड रविकरण साहू ने प्रथम after that

विश्व रत्न अंलकरण समारोह में दुनिया की 8 अरब जनसंख्या में प्रथम विश्वरत्न महावीर प्रसाद टोरड़ी को प्रमाणिक करते हुये

मुझे गर्व हो रहा है।

टोरड़ी 192 राष्ट्रों की सांस्कृतिक समन्वय का गौरव

बढ़ाकर सृजनशील वैश्विक

समाज की स्थापना का मार्ग प्रशस्त करेगें संस्थापक डॉ0 मदन कुमार कुलाधिपति कैपिटल even more

विश्व विद्यालय कोडरमा झारखण्ड सर्वोच्च न्यायालय भारत के वशिष्ठ अधिवक्ता डॉ0 ए.पी. सिंह

सर्वोच्च न्यायालय

नई दिल्ली कुलपति पवन कुमार महात्मा गांधी विश्वविद्यालय सिक्किम 31 जम्बूदीप

पदम श्री अवॉर्ड प्रतिभायें 131 सेवा श्री प्रतिभाये अंलकरण समारोह में सम्मिलित रहे। for example

भारत सरकार के प्रतिनिधि, फिलिस्तिनी राजदूतावास नई दिल्ली के प्रतिनिधि अंलकरण समारोह में सम्मिलित रहें,

जन्तर-मन्तर धरना स्थल पर भारत की शक्ति, प्रतिष्ठा पंचशील सिद्धान्तों को वैश्विक given that

स्तर पर बढ़ाने का ज्ञापन भारत सरकार के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र को प्रस्तुत किया।

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