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वास्तव में तनाव कोई बीमारी नहीं है यह हमारे आधुनिक लाइफस्टाइल गलत खानपान व भाग दौड़ भरी जिंदगी का हिस्सा है
लेकिन जब यह किसी हद से ज्यादा बढ़ जाता है तो एक बीमारी का रूप ले लेता है जिसको हम अवसाद ( डिप्रेशन )कहते है।
योग , प्राकृतिक उपचार , खानपान व अपने जीवन जीने के तरीके में कुछ बदलाव कर हम तनाव से मुक्ति पा सकते हैं।
तनाव मुक्ति के उपाय : योगासन प्राणायाम व ध्यान तनाव मुक्ति में बहुत ही सहायक है।
योगासन एवं प्राणायाम हमें शारीरिक एवं मानसिक तौर पर मजबूत बनाते हैं ध्यान हमारे मन को शांत करता है
जब हम मानसिक और मजबूत होंगे और मन शांत होगा तो हमारे आत्मविश्वास का स्तर बढ़ेगा
जिससे हमारा तनाव कम होगा। किसी योग प्रशिक्षक की देखरेख में निम्न योगासन वह प्राणायाम का अभ्यास करें
भुजंगासन शलभाषण उत्तानपाद आसन , धनुरासन मर्कटासन व शशांक आसन।
अनमोल विलोम , शीतली , भ्रमरी चंद्रभेदी आदि प्राणायाम का नित्य प्रति अभ्यास मन को शांत करता है
पद्मासन , सुखासन या वज्रासन में बैठकर 10 मिनट तक अपनी सांसों पर ध्यान लगाए।
प्राकृतिक उपचार —
किसी प्राकृतिक उपचार केंद्र में जाकर 15 दिन का उपचार जरूर लें
जहां पर आपको मालिश , मिट्टी स्नान , रेड स्नान , कटी स्नान आदि अनेक प्राकृतिक उपचारों द्वारा तनाव से मुक्ति मिलेगी।
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प्राकृतिक आहार –
भोजन सात्विक होना चाहिए कम मसाले व ज्यादा तला भुना हुआ ना हो।
हरी सब्जियों का ज्यादा सेवन करें जैसे घीया , परवल , सीताफल , गाजर तोरी व शलजम आदि जो पचने में भी आसान है और पौष्टिक है।
भोजन में सलाद को सम्मिलित करें। भूख से थोड़ा कम खाएं। फलाहार करें।
तरल की मात्रा ज्यादा रखें। सुबह उठकर खाली पेट नींबू शहद पानी व सादा पानी मिलाकर लें या खाली पेट नारियल पानी लें।
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पित्ताशय , गुर्दे और मूत्र संस्थान पथरी का प्राकृतिक उपचार
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